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बुढ़ापा आना हमारे जीवन का स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इसका स्वागत नहीं करें। भारतीय आयुर्वेद के अनुसार, सही आहार, व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से हम बुढ़ापा को दूर रख सकते हैं। इस लेख में, हम आपको एक संजीवनी जल के बारे में बताएंगे, जिसमें भारतीय आयुर्वेद के जड़ी-बूटियों के गुण हैं और जो बुढ़ापा को दूर रखा जा सकता है।
प्रकृति के नियम अनुसार बुढ़ापा आना तो निश्चित है पर उचित आहार विहार और स्वास्थ्य रक्षक नियमों का पालन करके इसे यथासंभवम दूर रखा जा सकता है।
इस दिशा में एक सफल सिद्ध अनुभूत प्रयोग यहां प्रस्तुत किया जा रहा है- शरीर शास्त्री वैज्ञानिकों का मानना है कि जब तक शरीर के कोषाणुओं का पुनर्निर्माण ठीक-ठाक होता रहेगा तब तक बुढ़ापा दूर रहेगा और शरीर युवा बना रहेगा।
जब इस प्रक्रिया में विघन् पड़ता है और कोषाणुओं के पुनर्निर्माण की गतिमंद होने लगती है तब शरीर बूढ़ा होने लगता है।
Anti Aging Serum Scientific Research : एंटी एजिंग वैज्ञानिक अनुसंधान
इस वैज्ञानिक विश्लेषण से एक निष्कर्ष यह निकला कि यदि ‘विटामिन ई’ ‘विटामिन सी’ और ‘कोलीन’ यह तीन तत्व पर्याप्त मात्रा में प्रतिदिन शरीर को आहार के माध्यम से मिलते रहे,तो शरीर के कोषाणुओं का पुनर्निर्माण ठीक से होता रहेगा और जब तक यह प्रक्रिया ठीक ठीक चलती रहेगी तब तक बुढ़ापा दूर रहेगा। बुढ़ापा आएगा जरूर पर देर से आएगा।
वैज्ञानिक लिहाजा काफी खोजबीन और परिश्रम के बाद इस नतीजे पर पहुंचे की ‘विटामिन ई’ अंकुरित गेहूं से,’विटामिन सी’ नींबू, शहद और आंवला से एवं ‘कोलीन’ मेथी दाने से प्राप्त किया जा सकता है। इन तीनों पदार्थ का सेवन करने के लिए उन्होंने यह फार्मूला बनाया।
Anti Aging Serum Preparation
1. 40 ग्राम यानी चार चम्मच गेहूं और 10 ग्राम मेथी दाना दोनों को बार-बार साफ पानी से अच्छी तरह धो ले ताकि इन पर यदि कीटनाशक दावों के छिड़काव का प्रभाव हो तो दूर हो जाए।
2. धोने के बाद आधा गिलास पानी में डालकर 24 घंटे तक रखें 24 घंटे के बाद पानी से निकलकर एक गिल तथा मोटे कपड़े में बांधकर रख दे और 24 घंटे तक हवा में लटका कर रखें गिलास का पानी फेकें नहीं, इस पानी में आधा नींबू निचोड़कर, 2 ग्राम सोंठ का चूर्ण डाल दें, इसमें दो चम्मच शहद घोलकर सुबह खाली पेट पी लें। यह जल बहुत ही शक्ति वर्धक पाचकक और स्फूर्तिदायक है इसलिए इसका नाम ‘संजीवनी जल’ रखा गया।
3. 24 घंटे पूरे होने पर हवा में लटके कपड़े को उतार कर खोलें और गेहूं तथा मेथी दाना एक प्लेट में रखकर इस पर पीसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक बुरक दें गेहूं और मेथी दाना अंकुरित हो चुका होगा, इसे खूब चबा चबाकर प्रातः खाएं। यदि इसे मीठा करना चाहे तो काली मिर्च और नमक ना डालकर गुड मसलकर डाल दें,शक्कर ना डालें,यह मात्र एक व्यक्ति के लिए है।
Anti Aging Serum: Conclusion
यह तीनों तत्व तो शरीर को प्राप्त होते ही हैं साथ ही एंजाइम्स, लाइसिन, आइसोलल्यूसिन, मेथोनाइन आदि स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक तत्व भी प्राप्त होते हैं। यह फार्मूला सस्ता भी है और बनाने में सरल भी, इसमें गजब की शक्ति है यह स्फूर्ति और पुष्टि देने वाला है।
एक्सपर्टों द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):
संजीवनी जल का सेवन कितने समय तक किया जा सकता है? संजीवनी जल का नियमित और उचित सेवन हमें यौवन बनाने के लिए लाभकारी है। इसे दिन में एक बार प्रातः खाली पेट पीने की सलाह दी जाती है।
क्या इसका सेवन सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है? हाँ, संजीवनी जल का सेवन सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन बच्चों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
क्या इसका सेवन किसी खास बीमारी को ठीक करने में मदद कर सकता है? संजीवनी जल का सेवन आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है और कई सारी बीमारियों से बचाव करने में सहायक हो सकता है, लेकिन इसका खुद से किसी खास बीमारी को ठीक करने का दावा नहीं है।
क्या यह घर पर तैयार किया जा सकता है? हाँ, संजीवनी जल को घर पर तैयार किया जा सकता है, लेकिन इसके तैयारी के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। यह बेहद साधारण घरेलू उपकरणों का उपयोग करके तैयार किया जा सकता है।
क्या इसका सेवन करने से किसी तरह की साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? सामान्यत: संजीवनी जल का सेवन किसी तरह के साइड इफेक्ट्स को पैदा नहीं करता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर या अनुशासन की अभाव में किसी प्रकार की समस्याएँ हो सकती हैं। अगर आपको किसी अनियमितता या समस्या का सामना करना पड़ता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ल